2. आपके विचार से भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है?
-
Answers
भोलानाथ अपने दोस्तों को देख कर सिसकना निमिन्लिखित कारणों से भूल जाता था
Explanation:
क्षण भर में रोना और क्षण भर में हँसना बच्चों का प्राकृतिक स्वभाव होता है। भोलानाथ भी बचपन की स्वाभाविक आदतानुसार अपनी उम्र के बालकों के साथ खेलना पसंद करता है। बाकी बच्चों की तरह उसे भी अपने दोस्तों के साथ तरह तरह के खेल खेलना पसंद है । उसकी मित्र मंडली उसके हर खेल व हुदगड़ के साथी हैं।
इसलिए जब उसके दोस्त खेलते हैं तो उन्हें देख वह खुद को रोक नहीं पता है और इसलिए वह रोने भूल अपने मित्रों के साथ खेल का मजा उठाने लगता है। यही कारण है की वह अपने मित्रों को देख सिसकना भी भूल जाता है।
Answer:
भोलानाथ को भी जब साथी बालकों की टोली दिखाई देती है तो उनका खेलना-कूदना देखकर, वह गुरु जी की डाँट-फटकार तथा अपना सिसकना भूल जाता है और उनके साथ खेलने में मग्न हो जाता है। बच्चों के साथ उसे लगता है कि अब डर, भय और किसी तरह की चिंता की आवश्यकता नहीं रही। यही कारण है कि भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना भूल जाता है।