2.अपने नगर में घटती अपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए किसी लोकप्रिय समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए
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अपने नगर में घटती अपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए किसी लोकप्रिय समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए
220, रामनगर,
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।महोदय,
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।महोदय,मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से अपने समाज में व्याप्त अपराध सरकार के अधिकारियों का ध्यान में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।महोदय,मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से अपने समाज में व्याप्त अपराध सरकार के अधिकारियों का ध्यान में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।अत्यंत खेद के साथ मुझे लिखना पड़ रहा है कि समाज में आजकल गुंडागर्दी ,हत्याएं ,लूटपाट, बलात्कार जैसी आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। आए दिन घरों के ताले तोड़कर चोर घरों में घुसकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुटेरों की हिम्मत भी इतनी इतना बढ़ गयी है कि राह चलती महिलाओं के गले से चेन खींचने की घटनाएं भी आम बात हो गई है। बढ़ते अपराधों से महिलाएं डर के कारण घर से अकेले आने जाने का भी साहस नहीं जुटा पाती हैं। पुलिस की गश्त करने वाली वैन सड़क पर दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती। सिपाही गश्त पर नहीं आते। इस वजह से अपराधियों के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं।
220, रामनगर,उत्तराखण्ड।दिनांक - 10 जनवरी 2020सेवा में,श्रीमान संपादक महोदय,दैनिक हिंदुस्तान,उत्तराखण्ड।विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।महोदय,मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से अपने समाज में व्याप्त अपराध सरकार के अधिकारियों का ध्यान में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।अत्यंत खेद के साथ मुझे लिखना पड़ रहा है कि समाज में आजकल गुंडागर्दी ,हत्याएं ,लूटपाट, बलात्कार जैसी आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। आए दिन घरों के ताले तोड़कर चोर घरों में घुसकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुटेरों की हिम्मत भी इतनी इतना बढ़ गयी है कि राह चलती महिलाओं के गले से चेन खींचने की घटनाएं भी आम बात हो गई है। बढ़ते अपराधों से महिलाएं डर के कारण घर से अकेले आने जाने का भी साहस नहीं जुटा पाती हैं। पुलिस की गश्त करने वाली वैन सड़क पर दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती। सिपाही गश्त पर नहीं आते। इस वजह से अपराधियों के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं।अतः
भवदीय
भवदीयविष्णु पाठक............
Himanshu
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