2. अर्जुनलाल सेठी कौन थे? भारत के मुक्ति संग्राम में उनकी क्या भूमिका रही?
3. भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अंतर्गत राजस्थान में समाचार पत्रों की क्या भूमिका रही?
Answers
अर्जुनलाल सेठी कौन थे? भारत के मुक्ति संग्राम में उनकी क्या भूमिका रही?
➲ अर्जुन लाल सेठी राजस्थान के एक प्रसिद्ध स्वाधीनता संग्रामी थे, जिन्हें राजस्थान में अंग्रेजों के खिलाफ की स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी व्यक्तियों में जाना जाता है। उन्हें जयपुर राज्य में जन-जागृति का जनक माना जाता है।
अर्जुन लाल सेठी का जन्म सन् 1880 में जयपुर के एक जैन परिवार में हुआ था। वह क्रांतिकारी रास बिहारी बोस के सानिध्य में आकर क्रांतिकारी विचारों से बेहद प्रभावित हुए और स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े। रासबिहारी बोस ने उन्हें राजस्थान में सशस्त्र क्रांति का भार सौंपा था। उन्होंने राजस्थान में क्रांतिकारी ज्वाला को प्रज्जवलित करने में अहम भूमिका निभाई। अर्जुन लाल सेठी ने 1907 में जयपुर में जैन शिक्षा सोसायटी की स्थापना भी की थी।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अंतर्गत राजस्थान में समाचार पत्रों की क्या भूमिका रही?
➲ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अंतर्गत राजस्थान में समाचार पत्रों की अहम भूमिका रही थी। राजस्थान में अनेक समाचार पत्रों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपना स्वर मुखर किया था और अपने समाचार पत्रों के माध्यम से अंग्रेजी नीतियों के खिलाफ लिखा। राजनीतिक चेतना के प्रचार में इन समाचार पत्रों का योगदान उल्लेखनीय रहा है। 1885 ईस्वी में राजपूताना गजट, 1889 ईस्वी में राजस्थान समाचार ने स्वाधीनता संग्राम की चेतना को उभारना आरंभ किया।
1920 में विजय सिंह पथिक ने राजस्थान केसरी समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ किया जिसने खुलकर अंग्रेजी नीतियों का विरोध किया। सन 1922 मेंराजस्थान सेवा संघ द्वारा नवीन राजस्थान नामक समाचार पत्र निकाला गया, जिसने किसानों के आंदोलन के पक्ष में अपनी आवाज उठाई। 1930 में तरुण राजस्थान, 1932 में प्रभात, 1936 ईस्वी में नवज्योति, 1939 ईस्वी में नवजीवन 1935 में जयपुर समाचार ने लोगों ने समय-समय पर स्वाधीनता संग्राम के खिलाफ आवाज उठाने में अपनी भूमिका निभाई।
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