Hindi, asked by AryaaTheCoolGamer, 1 year ago

2. अधोलिखितानां हिन्द्याम् अनुवादं कुरुत-
(निम्नलिखित का हिन्दी में अनुवाद कीजिए- Translate the following in Hindi)-
(क) नास्ति विद्यासमं चक्षुः ।।
(ख) नास्ति त्यागसमं सुखम्।
(ग) वाञ्छन्ति ये व्यक्तिमपण्डितास्ते।
(घ) क्षिप्रमक्रियमाणस्य कालः पिबति तद्रसम्।
(ङ) व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति संचयात्।


Sanskrit Class 7
book (Sanskrit mitram 2)​

Answers

Answered by shishir303
31

संस्कृत पंक्तियों का हिंदी में अनुवाद

(क) नास्ति विद्यासमं चक्षुः।

अर्थ — विद्या के समान कोई आँख नही है।

(ख) नास्ति त्यागसमं सुखम्।

अर्थ — त्याग के समान कोई सुख नही है।

(ग) वाञ्छन्ति ये व्यक्तिमपण्डितास्त्रे।

अर्थ — ऐसी सोच वाला व्यक्ति निश्चित रूप से ज्ञानी नही है।

(घ) क्षिप्रमक्रियमाणस्य कालः पिबति तद्रसम्।

अर्थ — काल (समय) कर्म के रस/मिठास को पी लेता है।

(ङ) व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति संचयात्।

अर्थ — विद्यारूपी खजाना खर्च करने से बढ़ता और संचय करने से कम होता है।

Answered by dkunal1532008
2

अधोलिखितानां हिन्द्याम् अनुवादं कुरुत-

(निम्नलिखित का हिन्दी में अनुवाद कीजिए- Translate the following in Hindi)-

(क) नास्ति विद्यासमं चक्षुः ।।

(ख) नास्ति त्यागसमं सुखम्।

(ग) वाञ्छन्ति ये व्यक्तिमपण्डितास्ते।

(घ) क्षिप्रमक्रियमाणस्य कालः पिबति तद्रसम्।

(ङ) व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति संचयात्

Similar questions