2 ) ( ब ) अधोलिखितम गदयांशम हिन्दी भाषायाम अनूद्य (अनुवादम) लिखत - आसीत् कश्चित् चञ्चलो नाम व्याधः। पक्षिमृगादीनां ग्रहणेन सः स्वीयां जीविका निर्वाहयति स्म। एकदा सः जालंविस्तीर्य गृहम् आगतवान्। अन्यस्मिन् दिवसे प्रातःकाले यदा चञ्चलः वनं गतवान् तदा सः दृष्टवान् यत् तेन विस्तारिते जादौर्भाग्याद् एकः व्याघ्रः बद्धः आसीत्। सोऽचिन्तयत्, 'व्याघ्रः मां खादिष्यति अतएव पलायनं करण
Answers
Answered by
0
Answer:
ye rha answer aapka
Explanation:
एक जंगल में चंचल नामक शिकारी रहता था। वह जानवरो का शिकार करके अपनी जीविका चलाता था। एक बार उसने जंगल में जाल बिछाकर घर आ गया । अगले दिन सुबह वहा पर हुआ उसने देखा कि एक बाघ उसमें फस गया है । उसने सोचा की यह बाघ तो बहुत खतरनाक है मुझे था से भाग जाना चाहिए ।
Similar questions
Biology,
2 hours ago
Social Sciences,
2 hours ago
Math,
8 months ago
Physics,
8 months ago
Math,
8 months ago