Hindi, asked by s14208bjyotica3082, 7 months ago

2. भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि
वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा
है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है?​

Answers

Answered by swity1636
10

explanation...

भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने के बावजूद कवि को लगता है कि दीवाने अन्य लोगों में उदारता की इस भावना को भरने में असफल हो जाते हैं। इसलिए दीवाने उस असफलता को अपने दिल से लगा कर बैठते हैं..

I hope this helps u✌️

thanks

Answered by AkashBhai12125
2

Answer..........

यहाँ भिखमंगों की दुनिया से कवि का आशय है कि यह दुनिया केवल लेना जानती है देना नहीं। कवि ने भी इस दुनिया को प्यार दिया पर इसके बदले में उसे वह प्यार नहीं मिला जिसकी वह आशा करता है। कवि निराश है, वह समझता है कि प्यार और खुशियाँ लोगों के जीवन में भरने में असफल रहा। दुनिया अभी भी सांसारिक विषयों में उलझी हुई है।

I hope it will help u

Similar questions