2. 'भारत एक ऐसा देश है जिसमें अनेक संप्रदायों
के लोग निवास करते हैं। रचना के आधार
पर वाक्य भेद है-
क-संयुक्त वाक्य
ख-सरल वाक्य
ग-मिश्रित वाक्य
घ-विधान वाक्य
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Answer:
bhiya itna asan to answer hai jisne bhot sir chije mix ho na vo misrit wakyy hai iska answer misrit wakyy hai
Explanation:
jese fruit joos hota hai
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Answer:
वाक्य के गुण –
वाक्य में निम्नलिखित बातों का होना ज़रूरी है –
1. सार्थकता-वाक्य रचना के लिए ज़रूरी है कि उसमें प्रयुक्त सभी पद सार्थक हों।
उदाहरण –
राम पार्क में खेलता है।
मैं घर जाकर खाना खाऊँगा।
2. योग्यता-इसका मतलब है-क्षमता। इसका अर्थ यह है कि शब्दों में सार्थक होने के साथ-साथ प्रसंग के अनुसार अर्थ देने की क्षमता भी होनी चाहिए।
उदाहरण –
(i) पवन पानी खाता है।
⇒ पवन खाना खाता है।
(ii) श्याम खाना पीता है।
⇒ श्याम पानी पीता है।
3. आकांक्षा-इसका अर्थ है-इच्छा। इसका आशय यह है कि वाक्य अपने आप में पूरा होना चाहिए। उसमें कोई भी शब्द कमनहीं होना चाहिए, जिसके कारण वाक्य में अधूरापन लगे।
उदाहरण –
(i) लड़के खाना हैं। (खा रहे)
⇒ लड़के खाना खा रहे हैं।
(ii) सैनिक लड़ हैं। (रहे)
⇒ सैनिक लड़ रहे हैं।
4. पदक्रम-वाक्य का सही अर्थ जानने के लिए शब्दों का उचित पदक्रम में होना ज़रूरी है। पदक्रम के अभाव में वाक्य का सही अर्थ नहीं निकलता।
उदाहरण –
(i) सारे देश के नागरिक कर्तव्यनिष्ठ हैं। ⇒ देश के सारे नागरिक कर्तव्यनिष्ठ हैं।
(ii) गाय का ताकतवर दूध होता है। ⇒ गाय का दूध ताकतवर होता है।
5. अन्वय-इसका अर्थ है-मेल। वाक्य में कर्ता, वचन, लिंग, कारक आदि में होना ज़रूरी है। इसके बिना वाक्य का पूर्ण अर्थ नहीं निकलता।
उदाहरण –
(i) मेरा देश में अनेक नदियाँ बहता हैं। ⇒ मेरे देश में अनेक नदियाँ बहती हैं।
(ii) चूहें किताबें कुतर गई। ⇒ चूहे किताबें कुतर गए।
वाक्य के अंग –
वाक्य की संरचना के आधार पर उसको दो भागों में विभाजित किया जाता है –
उद्देश्य,
विधेय।
1. उद्देश्य-वाक्य का वह अंग, जिसके विषय में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं।
उदाहरण –
राम सो रहा है।
राजू खाना खा रहा है।
किसान फलों के पेड़ भी लगाते हैं।
जवान देश की रक्षा करते हैं।
इन वाक्यों में ‘राम’, ‘राजू’, ‘किसान’ और ‘जवान’ के विषय में बताया जा रहा है। इसलिए ‘राम’, ‘राजू’, ‘जवान’ और ‘किसान’ उद्देश्य हैं।
2. विधेय-वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेय कहते हैं।
उदाहरण –
करन खेल रहा है।
चित्रकार चित्र बनाता है।
चित्रा गीत गा रही है।
मंजरी बस से शहर गई।
इन वाक्यों में ‘खेल रहा है’, ‘चित्र बनाता है’, ‘गीत गा रही है’ और ‘बस से शहर गई’ वाक्यों के विधेय हैं। वाक्य के भेद-मुख्य रूप से वाक्यों को दो भागों में बाँटा गया है –
रचना के आधार पर,
अर्थ के आधार पर।
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