2. भारत का कपड़ा व्यापार किस सदी में गिरने लगा?
(क) 1860
(ख) 1870
(ग) 1880
(ड) 1890
Answers
सही उत्तर है, विकल्प..
(क) 1860
Explanation:
19वीं सदी की शुरुआत से ही भारत में कपड़ा व्यापार गिरने लगा था। 19वीं सदी की शुरुआत में भारत से विदेशों में होने वाले कपड़े के निर्यात में कमी आने लगी। सन 1811-12 में भारत से निर्यात होने वाले सूती कपड़े में जो हिस्सेदारी 33% थी वो 1850-51 तक आते-आते केवल 10% ही रह गई। उस समय तक ब्रिटेन में औद्योगिक क्रांति शुरू हो चुकी थी। भारत के हाथ से बने कपड़े की तुलना में ब्रिटेन की मशीनों बने कपड़े अधिक सस्ते होते थे। इसलिए 1950 के दशक के आते-आते भारत में सूती कपड़े के निर्यात में भारी गिरावट आई। 1960 में अमेरिका में युद्ध शुरू होने से कपास की आपूर्ति बंद हो गई और ब्रिटेन ने भारत से कपास मंगाना शुरू कर दिया। जिससे भारत के बुनकरों के लिए कच्चे कपास की भारी कमी हो गई। इससे भारत का कपड़ा उद्योग प्रभावित होता गया। उन्नीसवीं सदी के अंत तक भारत में सूती कपड़े के कारखाने खुलने लगे और भारत का पारंपरिक सूती कपड़ा उद्योग नीचे गिरता चला गया।
(क) 1860