Hindi, asked by gokulmkandath07, 3 months ago

2.गाली सुनकर हमें क्यों चुप रहना चाहिए?
3.घास की निंदा क्यों नहीं करनी चाहिए?
4.कबीर ने कैसी भक्ति को सच्ची भक्ति नहीं कहा है?
5.मन का घमंड निकालने से क्या होता है?
short answer type question ​

Answers

Answered by akshitkumarsingh1234
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Answer:

2)जब आप कभी अपने यार दोस्तों के साथ जाते हैं। तो आपको बहुत बार गालियां मिलती हैं। भले ही यह सब मजाक होता है लेकिन गाली तो गाली ही होती है। आपको भी इनकी आदत पड़ जाती है। और आप भी प्रतिउतर मे उनको गालियां ‌‌‌देते हो ।बहुत बार तो ऐसा होता है कि मजबूरी के अंदर गाली देनी पड़ती है।

3)हमें छोटे से घास के तिनके की निंदा इसलिए नहीं करनी चाहिए क्योंकि किसी भी छोटे वस्तु या प्राणी को हमें कम नहीं समझना चाहिए । उसने भी उतनी ही ताकत होती है , जितनी एक हाथी में यह मानना उचित होगा कि एक छोटा सा तिनका भी अगर हमारे आंख में चला जाए , तो हमें कितनी परेशानी उठानी पड़ेगी

4)संत कबीर नगर, संसार में मोह माया के बंधनों में रहकर ईश्वर की सच्ची भक्ति नहीं की जा सकती है। व्यक्ति युवावस्था में रह कर मोह का त्याग कर ईश्वर प्राप्ति के साधन ढ़ूढ़े। मनुष्य जब वृद्धावस्था में पहुंचता हैं तब वह प्रभु के शरण में जाने का प्रयास करता हैं।

5)जो अपने जीवन के हर छोटे-बड़े फैसलों के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है, वह समाज के विकास में कोई योगदान नहीं देता। ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई हक नहीं है

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Answered by kumariaradhana371
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Explanation:

3. हमें छोटे से घास के तिनके की निंदा इसलिए नहीं करनी चाहिए क्योंकि किसी भी छोटे वस्तु या प्राणी को हमें कम नहीं समझना चाहिए । उसने भी उतनी ही ताकत होती है , जितनी एक हाथी में यह मानना उचित होगा कि एक छोटा सा तिनका भी अगर हमारे आंख में चला जाए , तो हमें कितनी परेशानी उठानी पड़ेगी ।

4. संत कबीर नगर, संसार में मोह माया के बंधनों में रहकर ईश्वर की सच्ची भक्ति नहीं की जा सकती है। व्यक्ति युवावस्था में रह कर मोह का त्याग कर ईश्वर प्राप्ति के साधन ढ़ूढ़े। मनुष्य जब वृद्धावस्था में पहुंचता हैं तब वह प्रभु के शरण में जाने का प्रयास करता हैं।

5. कवि ने उस दिन की घटना कही है, जब घमंड में चूर उसका विवेक समाप्त हो गया था। वह स्वयं को श्रेष्ठ समझता था। ... इस घटना के माध्यम से कवि ने संदेश दिया है कि हमें स्वयं पर कभी अभिमान घमंड नहीं करना चाहिए। घमंड हमारे गुणों को समाप्त कर देता है और हमें जानवर बना देता है।

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I'm sorry for 2nd Answer....I don't know this...

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