Hindi, asked by manjitkaur8806, 21 days ago

2. इस संसार में थन ही सब कुछ नहीं हूँथन की पूजा ती बहुत कम जगहों में होती देखी गई। संसार का इतिहास उठाकर देखिए और उदाहरण ढूँढ- ढूँढ़कर सामने रखिए तो आपको विक्ति ही जाउठा के जिनकी हम उपासना करते हैं, जिनके लिए हम आँखें बिटाने तक को तैयार रहते हैं, जिनकी स्मृति तूरोताजा रखने के लिए हम अनेक तरह के स्मारक चिह्न बनाकर खड़े करते हैं, उन्होंने रुपया कमाने मैं अपना समय नही बिलमा पाबल्कि उन्होंने कछ से काम किय पै, जिनकी महला हम रूपयों से अधिक मूल्यवान समझते हैं। जिनके जीवन का उद्देश्य केवल रुपया बटोरना है, उनकी प्रतिष्ठा कम हुई हैं। अधिकांश अवस्थाओं में तो उन्हें किसी ने पुग तक नहीं है, उन्होंने जन्म निमा, रुपमा कमाया और परलोक की यात्रा की । किसी ने जाना तक नहीं कि वे कॉन और कहाँ ग? ​

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Answered by ragnar7
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Answer:

The velocity of an object is the rate of change of its position with respect to a frame of reference, and is a function of time. Velocity is equivalent to a specification of an object's speed and direction of motion

Answered by Anonymous
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Explanation:

जिन लोगों का उद्देश्य पैसा कमाना धन कमाना होत होता को कभी भी तरक्की नहीं कर सकते हैं और इस संसार में धन ही सब कुछ नहीं है इसमें पूजा जगहों में की जाती है ईमानदारी का एक दूसरे की मदद करना चाहिए पैसों से सब कुछ नहीं होता ईमानदारी का से होता है

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