2.
(क) रीतिबद्ध शाखा के किसी एक कवि का नाम लिखिए
तथा उसकी एक रचना का नामोल्लेख कीजिए ।
(ख) प्रयोगवादी काव्य-धारा की दो विशेषताएँ बताइए ।
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2.a) घनानन्द रीतिकाल की रीतिमुक्त काव्यधारा के और (UPBoardSolutions.com) भिखारीदास रीतिकाल की रीतिसिद्ध (रीतिबद्ध) काव्यधारा के कवि हैं। मुक्तक काव्य के दो कवियों तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए। मुक्तक काव्य के दो कवियों के नाम हैं-सूरदास और बिहारी। इनकी एक-एक रचनाएँ हैं—सूरसागर और बिहारी-सतसई।
2.b) प्रयोगवादी काव्य में शैलीगत तथा व्यंजनागत नवीन प्रयोगों की प्रधानता होती है . ... प्रगतिवाद की तरह प्रयोगवाद भी छायावाद के व्यक्तिवाद का विद्रोह स्वर है . इस धारा के कवियों में एकमत और एक स्वर नहीं है . जीवन ,धर्म ,समाज ,राजनीति आदि के विषय में ही नहीं .
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