2. किसका बालदान प्रथम स्वतन्त्रता सग्राम म पहला
3. भारत में बेरोजगारी के कितने प्रकार है।
Answers
Answer:
बेरोजगारी की परिभाषा
विद्वानों के अनुसार बेरोजगारी की परिभाषा इस प्रकार है -
प्रो. पीगू के अनुसार, ‘‘एक व्यक्ति को उस समय ही बेरोजगार कहा जाएगा जब उसके पास कोई रोजगार का साधन नहीं है परन्तु वह रोजगार प्राप्त करना चाहता है।
बायरस तथा स्टोन के अनुसार, ‘‘बेरोजगारी तब होती है जब लोग काम करने के योग्य होते हैं तथा अपनी योग्यता वाले लोगों को दी जाने वाली वर्तमान मजदूरी की दर को इच्छापूर्वक स्वीकार करने को तैयार होते हैं परन्तु उन्हें रोजगार नहीं मिल जाता।
राफिन तथा ग्रेगोरी के अनुसार, ‘‘एक बेरोजगार व्यक्ति वह व्यक्ति है जो (i) वर्तमान समय में काम नहीं कर रहा। (ii) जो सक्रिय ढंग से कार्य की तलाश में है। (iii) जो वर्तमान मजदूरी पर काम करने के लिये उपलब्ध है।’’
बेरोजगारी के प्रकार
बेरोजगारी के प्रकार इस प्रकार है -
1. ऐच्छिक बेरोजगारी-
2. अनैच्छिक बेरोजगारी-
3. घर्षात्मक बेरोजगारी-
4. सरंचनात्मक बेरोजगारी-
5. चक्रीय बेरोजगारी-
6. मौसमी बेरोजगारी-
7. तकनीकी बेरोजगारी
8. खुली बेरोजगारी
9. छिपी बेरोजगारी-
10. शिक्षित बेरोजगारी-
भारत में बेरोजगारी के प्रभाव
भारत में बेरोजगारी के प्रभाव बेरोजगारी की समस्या एक अत्यन्त गम्भीर समस्या है। इसके बुरे प्रभाव हो सकते हैं -
1. मानवीय साधनों की हानि -
2. निधर्नता मे वृद्धि -
3. सामाजिक समस्याएँ -
4. राजनीतिक अस्थिरता -
5. औद्योगिक संघर्ष -
6. मजदूरों का शोषण -
Answer:
I don't know what answer