CBSE BOARD X, asked by neelamdhankhar79, 10 months ago

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मन की मन ही माँझ रही।
कहिए जाइ कौन पै ऊधौ, नाहीं परत कही
अवधि अधार आस आवन की, तन मन बिथा सही
अब इन जोग सँदेसनि सुनि-सुनि, बिरहिनि बिरह दही
चाहति हुती गुहारि जितहिं तैं, उत तें धार बही
सूरदास' अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लही।​

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Answered by sunilkeshri030
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Explanation:

कहिए जाइ कौन पै ऊधौ, नाहीं परत कही।

अवधि अधार आस आवन की, तन मन बिथा सही।

अब इन जोग संदेसनि सुनि-सुनि, बिरहिनि बिरह दही।

चाहति हुती गुहारि जितहिं तैं, उत तें धार बही।

'सूरदास' अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लही॥

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