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मनुष्य यदि हिंमत से काम ले तो क्या हो सकता है ?
हम आदर्श नागरिक कैसे बन सकते हैं ?
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Answers
Answer:
मनुष्य के लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं है। मनुष्य जो चाहे वह कर सकता है, यही भाव काव्य में अंतर्निहित है और यही बात मनुष्य की महानता का प्रमाण है। पापों का प्रलय रुके, पशुता का शीश झुके, तू जो अगर हिम्मत से काम ले, गुरु सा मतिमान, पवन सा तू गतिमान, तेरी नभ से भी ऊँची उड़ान है|
आदर्श नागरिक स्वेच्छा से अनुशासन का पालन करता है। वह देश के नियमों व कायदों का निष्ठा से निर्वहन करता है। ... नागरिक को अपने देश के प्रति ईमानदार व वफादार होना चाहिए। कुछ नागरिक हमेशा अपने अधिकारों की बात करते हैं और अधिकारों के लिए लड़ाई करते हैं, लेकिन वे भूल जाते हैं कि हमारे अधिकारों के साथ कुछ कर्तव्य भी हैं।
Answer:
manushya yadi himmat se kaam le to weh kisi bhi samasya se nikal sakta hai
or hum koi galat kaam na karke tatha kanoon ka paalan karke aadarsh naagrik bn sakte hai
Explanation:
hope it helps
sorry hindi me nahi likha