2 निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
सवेरे हम अपनी मंजिल काठमांडू की ओर बढ़े। पहाड़ी खेतों में मक्के और अरहर की फसलें लहरा रही थीं। छोटे-छोटे
गाँव और परकोटे वाले घर बहुत सुंदर लग रहे थे। शाम होते-होते हम काठमांडू पहुंच गए। आज काठमांडू पर लिखते हुए
अगुलियाँ काँप रही हैं। वैसे ही जैसे पच्चीस अप्रैल को काठमांडू की धरती काँप उठी थी। न्यूज चैनल जब घरहरा स्तंभ को
भरभराकर गिरते दिखा रहे थे, मेरा मन बैठा जा रहा था। क्या हुआ होगा धरहरा के इर्दगिर्द फेरी लगाकर सामान बेचने
वालों का? और उस बाँसुरी वादक का जिसके सुरों ने मन मोह लिया था और वे पर्यटक जो धरहरा के सौंदर्य में बिंधे
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4.Complene golderCR.sEsmadrons
उसका सौंदर्य निहारते। सब कुछ जानते हुए भी मन यही कह रहा है कि सब ठीक हो।
रात को हम बाजार गए। बाज़ार इलेक्ट्रॉनिक सामानों से अटा पड़ा था और दुकानों की मालकिन मुस्तैदी से सामान बेच
रही थीं। हमारे हिमालयी दोत्रों की तरह यहाँ भी अर्थव्यवस्था का आधार औरतें हैं। क्योंकि पहाड़ों पर पर्याप्त जमीन नहीं
होती और रोजगार के साधन भी बहुत नहीं होते, सो घर के पुरुष नीचे मैदानी इलाकों में कमाने जाते हैं और घर-परिवार
की सारी जिम्मेदारी महिलाएँ उठाती हैं। यहाँ गाँव की महिलाएँ खेती और शहर की महिलाएँ व्यवसाय सँभालती हैं। मैंने
देखा ये बड़ी कुशलता से प्यायत्तायिका याव-पेंच अपना रही थीं। पोखरा होते हुए लौट रहे थे। रास्ते भर हिमाच्छादित
चोटियाँ आँखमिचौली खेलती रहीं। राह में अनेक छोटे-बड़े नगर-गांव और कस्बे आते रहे। नेपाली औरतें घरों में काम
करती नजर आ रही थीं। नक्का कटकर घर आ चुकी थी। उसके गुप्छे घर के बाहर खुटियों के सहारे लटके नजर आ रहे
थे। अब हम काली नदी के साथ-साथ चल रहे थे।
1. लेखया की अंगुलियाँ क्यों कॉप रहीं थीं?
ii. काठमांडू के बाजार की क्या विशेषता थी?
lil. लेखक दुःखी और हताश क्यों था?
iv. नेपाली अर्थव्यवस्था का आधा औरतें क्यों हैं?
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I dont understand ok next time Write in english
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