2. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर
लिखो:
"हमारा पर्यावरण हमारा रक्षा-कवच है, जो हमें प्रकृति से
विरासत में मिला है। यह हम सबका पालनकर्ता और जीवनाधार
भी है। पर्यावरण हम सबका है, इसलिए उसकी रक्षा का दायित्व
भी सभी पर है। वस्तुत: पर्यावरण-रक्षण तो भारतीय संस्कृति से
जुड़ा हुआ है। यहाँ पेड़ लगाना पुण्य का कार्य माना गया है। आज
भी पानी के स्त्रोतों, देवालयों, मार्गों के निकट पेड़ लगाने और लगे
पेड़ों को न काटने की प्रथा है। पेयजल-स्त्रोतों के निकट मलमूत्र
त्याग पापकर्म माना गया है। इन संस्कारों को बनाए रखने से
पर्यावरण का संरक्षण होता है।"
।
प्रशनावली:
(क) उपर्युक्त गद्यांश का एक सार्थक शीर्षक दो।
(ख) प्रकृति से विरासत में हमें क्या मिला है ?
(ग) पर्यावरण की रक्षा क्यों करनी चाहिए।
(घ) भारतीय-संस्कृति से क्या जुड़ा हुआ है ?
Answers
Answered by
7
Answer:
(क)पर्यावरण संरक्षण।
(ख)पर्यावरण हमारा रक्षा कवच है जो हमे प्रकृति से मिला है।
(ग)हमारा पर्यावरण जीवन का हिस्सा है।यह हमे फल, फूल सब्जिया,दवाईया और ऑक्सीजन प्रदान करते है।यह हमे रहने के लिए घर देता है एवं प्रकृति के अनोखे दृश्य दिखाता है।इन्ही कारणो से हमे इसकी रक्षा करनी चाहिए।
(घ)पर्यावरण -रक्षण भारतीय संस्कृति से जुड़ा हुआ है ।
पेङ-पौधो की रक्षा करे।पेङ है तो हम है,पेङ हमारा जीवन है।पर्यावरण की रक्षा करे तभी ये हमारी रक्षा करेगी।
Similar questions