2.
निम्नलिखित परिचोद पड़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर परिकद में एक-एक
वाक्य मे हो।
धन्य है वह ईट जो जमीन के सात हाथ नीचे जाकर गज गई और नमारत की पहली ईट बनी।
क्योकि इसी पहली ईट पर उसकी मजबुती और पुखोपन पर सारी इमारत की अस्ति-नास्ति निर्भर करती
है। उस ईट को हिला दिजिए, कंगुराबेताडाशा जमीन पर आ रहेगा। कंगुरे के गीत गाने वाले हम
आइए अब नीव के गीत गाए। वह ईट जो सब ईटो से ज्यादा पक्की थी, यदी उपर लगी होती तो कगुरे
की शोभा सौ गुनी कर देती। किंतु इमारत की पायदारी उसकी नीव पर सुनहसिर होती है, इसलिए उसने
अपने को नीच में अर्पित का दिया।
है
Answers
Answered by
1
Answer:
2.
निम्नलिखित परिचोद पड़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर परिकद में एक-एक
वाक्य मे हो।
धन्य है वह ईट जो जमीन के सात हाथ नीचे जाकर गज गई और नमारत की पहली ईट बनी।
क्योकि इसी पहली ईट पर उसकी मजबुती और पुखोपन पर सारी इमारत की अस्ति-नास्ति निर्भर करती
है। उस ईट को हिला दिजिए, कंगुराबेताडाशा जमीन पर आ रहेगा। कंगुरे के गीत गाने वाले हम
आइए अब नीव के गीत गाए। वह ईट जो सब ईटो से ज्यादा पक्की थी, यदी उपर लगी होती तो कगुरे
की शोभा सौ गुनी कर देती। किंतु इमारत की पायदारी उसकी नीव पर सुनहसिर होती है, इसलिए उसने
अपने को नीच में अर्पित का दिया।
है
Similar questions