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2. प्रस्तुत पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पुछे गए प्रश्नों के उत्तर दें :-
एक दिन भी जी मगर तू ताज बनकर जी,
अटल विश्वास बनकर जी,
अमर युग
गान बनकर जी ।
आज तक तू समय के पदचिन्ह
सा खुद को मिटाकर
कर रहा निर्माण जग हित एक खुखमय स्वर्ग सुंदर
स्वार्थी दुनिया मगर बदला तुझे यह दे रही
भूलता युग गीत तुझको ही सदा तुझसे निकलकर
'कल न बन तू जिंदगी का , 'आज' बनकर जल,
जगत सरताज बनकर जी ।
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प्रश्न:-
(क) कवि ने मनुष्य को किस प्रकार जीने की प्रेरणा दी है?
(ख) दुनिया को स्वार्थी क्यो कहा गया है?
(ग) कल और आज शब्द किसके प्रतीक है?
(घ) अमर युग गाान बनकर जी का आशय स्पष्ट करें ।
(ड.) जगत और सरताज का एक - एक पर्यायवाची शब्द लिखे ।
ख
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मेरे घर पहुँचते ही मेरा मित्र आ गया |' - वाक्य का भेद बताइए -
(1 Point)
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
मिश्र वाक्य
इनमें से कोई नहीं
2.'कमर झुकाकर उसने हमें प्रणाम किया |' - वाक्य का संयुक्त वाक्य होगा -
(1 Point)
कमर झुकाई और उसने हमें प्रणाम किया
उसने हमें प्रणाम किया और कमर झुकाई
उसने कमर झुकाई और हमें प्रणाम किया
कमर झुकाते हुए हमें प्रणाम किया
3.'जैसे ही पुलिस आई वैसे ही गली में सन्नाटा छा गया |' - वाक्य का सरल वाक्य होगा -
(1 Point)
जब पुलिस आई तब गली में सन्नाटा हो गया
पुलिस आई और गली में सन्नाटा हो गयाNNNNNM
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Answer:
1.kavi ne manushya ko taaj ban kr jeene ki salaah di hai
2.qki woh sabko bhulati jaa rahi hai
3. samay
4. amar yug gaan se aashay sadev jeevan ko amarta ke sath yaapan krna
5. jagat:- duniya
sartaaj :- badshah
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