2) प्रश्न :- राजनीतिक सिद्धांत की शास्त्रीय परम्परा के अर्थ एवं
विशेषताओं का वर्णन करें।
Answers
Answer:
राजनीतिक-सिद्धान्त राज्य, शासन, सत्ता प्रभावऔर कार्य-कलाप का अध्ययन है। यह राजनीतिक घटनाओं का तरीका है। अवलोकन, व्याख्याऔर मूल्यांकन तीनों तत्व ही मिलकर राजनीतिक सिद्धान्त का निर्माण करते हैं। कोई भीसिद्धान्तशास्त्री किसी राजनीतिक घटना के अवलोकन, उसके कार्य-काल सम्बन्ध को स्थापितकरके तथा अपना निर्णय देकर ही राजनीतिक सिद्धान्त का निर्माण करता है। किसी भीराजनीतिक चिन्तक को राजनीतिक सिद्धान्त का निर्माण करने के लिए एक वैज्ञानिक औरदार्शनिक दोनों ही भूमिका अदा करनी पड़ती है। इसी समय आज राजनीतिक सिद्धान्त औरराजनीतिक दर्शन को समानार्थी माना जाने लगा है।
Explanation:
शास्त्रीय राजनीतिक सिद्धान्त में व्यवहारवादी क्रान्ति से पूर्वप्रचलित विचार-सामग्री, राजनीतिक संस्थाओं के अध्ययन, विचारधाराओं तथा राजनीतिकविचारों के विश्लेषण को शामिल किया जाता है। राज्य, राज्य की प्रकृति तथा उसका आधार,सरकार, कानून, नैतिकता, प्राकृतिक विधि, राजनीतिक संस्थाएं आदि शास्त्रीय राजनीतिक-सिद्धान्तके महत्वपूर्ण विषय रहे हैं।