2. प्रदूषण की समस्या-
भूमिका
विकट समस्या
कारण
निवारण
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Answer:
प्रदूषण की समस्या
आज के युग को विज्ञान का युग कहा जाता है विज्ञान ने हमें नाना प्रकार के सुख साधन प्रदान किए हैं जिनके कारण हमारी धरती नंदनवन बन गई है विज्ञान ने जहां हमें अनेक प्रकार के वरदान दिए हैं वहीं कुछ ऐसी समस्याएं भी पैदा की है जो आज भी संतम अभी श्राफ बनकर हमारे अस्तित्व को ही समाप्त करने पर तुली हुई है प्रदूषण भी उनमें से एक है |
प्रदूषण का अर्थ है - 'दोष युक्त ' |
आज धरती के दूषित वातावरण में पर्यावरण और वन डू वायुमंडल भी प्रदूषित हैं | मनुष्य ने प्रकृति से जिस प्रकार छेड़छाड़ की है , जिस प्रकार उसका अंधाधुंध दोहन किया है , उसी का दुष्परिणाम है प्रदूषण |
प्रदूषण मुख्यत : चार प्रकार का हो सकता है - वायु प्रदूषण , ध्वनि प्रदूषण , भूमि प्रदूषण , और जल प्रदूषण
वायु प्रदूषण- इनमें वायु प्रदूषण का सर्वाधिक प्रकोप महानगरों पर हुआ है |आज जिस तरह गति से उद्योगी करण हुआ है , उसी गति से वायु प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है |कारखानों से निकलने वाली राख से वायुमंडल प्रदूषित हो जाता है |तथा नगरों में लोग शुद्ध वायु में सांस लेने को तरसते हैं |
ध्वनि प्रदूषण - आज के महानगरों में वाहनों मशीनों और कल कारखानों के शोर के कारण ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है |तेजी से आते-जाते वाहनों के स्वर के कारण मानसिक तनाव तथा हृदय रोग , रक्तचाप जैसी व्याधियाँ जन्म ले रही है |
भूमि प्रदूषण - भूमि प्रदूषण के लिए आज का विज्ञान ही उत्तरदाई है अधिक उगाने के लिए जिस प्रकार की रासायनिक खादों का प्रयोग किया जा रहा है |उसे भूमि प्रदूषित हो रहा है दवाइयों के प्रयोग से अनेक प्रकार की पत्तियां मानव को सता रहे हैं |
जल प्रदूषण - इन्हीं कारणों से निकलने वाले दूषित पदार्थ तथा विषैले रसायन आदि कुछ नदी नालों में बहा दिया जाता है जिससे उनका जल प्रदूषित हो जाता है| गंगा जैसी पवित्र नदी का जल प्रदूषित हो गया है जब जल प्रदूषित होगा तो शुद्ध जल कहां से उपलब्ध होगा प्रदूषित जल का सेवन करने से अनेक घातक रोग हो जाते हैं |
⚫ प्रदूषण एक समस्या है जनसंख्या की अधिकता तथा इसके लिए आवास की समस्या को हल करने के लिए वृक्षों की जिस प्रकार अंधाधुंध कटाई की जा रही है उसे प्रकृति भी नाराज होकर हमसे बदला लेती है आज शुद्ध शुद्ध वायु और नितांत अभाव होता जा रहा है वायुमंडल में मिली जहरीली गैसें एक काम कर रही है जो धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य को घुन की तरह खाए जा रहा है
⚫प्रदूषण से बचने के लिए अधिक से अधिक वृक्षों का लगाना जाना बहुत आवश्यक है इसके लिए युद्धस्तर पर प्रयास किया जाने वाला आवश्यक है सरकार के ऐसे उद्योगों को आवासीय स्थानों से दूर लगाना चाहिए जो प्रदूषण फैलाते हैं वनों की कटाई पर रोक लगाना भी आवश्यक है सरकार को ऐसे कानून बनाने चाहिए जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए हो कि जो उद्योग प्रदूषण आएगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी