History, asked by rajaysingh469, 5 months ago

.2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:-
उत्तरदयता
(2) आधकार
(3) उत्तरदायित्व
(4) अनापचारिकस
(1) प्रबन्ध जनमज़ात एवं.......
(2) टेलर के अध्ययन का केन्द्रबिन्दु....
(3) अन्तराष्ट्रीय पर्यावरण सदैव .......
(4) बजट सदैव ......
(5) अधिकारो के अंतरण से कार्य करने की
प्र.3. एक शब्द/वाक्य में उत्तर दीजिए:-
(1) प्रबन्ध का स्तर जिससे कर्मचारियो के कार्यो का मूल्यांकन किया जाता है, कहलाता है?
(2) हेनरी केपोल द्वारा प्रबन्ध के कितने सिद्धांतों का प्रतिपादन किया?
(3) भारत में अपनायी जाने वाली आर्थिक प्रणाली का नाम क्या है?
प्रतिभा है।
था।
रहता है।
रूप से व्यक्त किया जाता है।
प्राप्त होती है।​

Answers

Answered by dhinakaranm1810
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Answer:

प्रश्न 1.

“मानसिक क्रांति” से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर:

कर्मचारी वर्ग तथा प्रबंधकों की मानसिकता में परिवर्तन होना ही मानसिक क्रान्ति है। इसके लिए यह जरूरी है कि दोनों वर्ग परम्परागत उत्पादन विधियों के स्थान पर नवीन वैज्ञानिक विधियों का उपयोग समझे व उन्हें अपनाये। प्रबंधक श्रमिकों में विश्वास रखे तथा उनके हितों का बराबर ध्यान रखे। श्रमिकों को प्रबंधकों के प्रति निष्ठावान होकर सामूहिक हित के लिए कार्य करना चाहिए।

उद्योगपति को यह स्वीकार करना चाहिए कि श्रमिक वस्तु नहीं है अपितु मनुष्य है और इसलिए उसकी भावनाओं, अपेक्षाओं तथा आवश्यकताओं का पूरा-पूरा सम्मान किया जाना चाहिए। श्रमिकों को भी समझना चाहिए कि वे संस्था के हैं तथा संस्था उन सबकी। इस प्रकार सभी के मन में उपक्रम के हित में क्रान्ति जागृत होगी।

प्रश्न 2.

प्रबंध के सिद्धांत से क्या आशय है ?

उत्तर:

प्रबंध के क्षेत्र में प्रभावी प्रबंध तथा इसकी सफलता हेतु कुछ मान्यताओं के आधार पर कार्य किये जाते हैं, जिन्हें प्रबंध के मार्गदर्शक कहते हैं। प्रबंध हेतु बनाये गये ये मार्गदर्शक ही प्रबंध के सिद्धांत हैं।

प्रश्न 3.

फेयोल के पहल शक्ति के सिद्धांत को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:

पहल शक्ति का सिद्धांत-पहल करने का आशय प्रत्येक कर्मचारी व अधिकारियों को सतत् नई-नई योजना व कार्य के लिए लगातार प्रयास करना है। अतः प्रबन्ध के प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों को निरन्तर नई योजना व कार्य अपनाने का प्रयास करने हेतु आवश्यक अधिकार दिया जाना चाहिए।

प्रश्न 4.

प्रबन्ध के सिद्धान्त की उत्पत्ति कैसे होती है ?

अथवा

प्रबन्धकीय सिद्धान्तों की उत्पत्ति कैसे होती हैं ?

उत्तर:

प्रबन्ध के सिद्धान्त की उत्पत्ति के दो चरण निम्नलिखित है

गंभीर अवलोकन- जब कर्मचारी कार्य करते हैं तब वे कार्य करते समय उन्हें गहनता से अवलोकन करते हैं तथा वे विभिन्न प्रबन्धकीय निर्णयों पर कर्मचारियों की प्रतिक्रिया लिखते हैं।

प्रयोग- बार-बार प्रयोग में लाए गए निर्णयों कथनों को कर्मचारियों के विभिन्न समूहों के साथ विभिन्न संगठनों में जाँचे जाते हैं।

प्रश्न 5.

समता का सिद्धांत क्या है ?

उत्तर:

हेनरी फेयोल के अनुसार संस्था में प्रत्येक कर्मचारी न्याय, सहानुभूति और समानता के व्यवहार की अपेक्षा रखता है, अतः संस्था के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु प्रबंधक को श्रमिकों व कर्मचारियों के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए।

प्रश्न 6.

श्रम विभाजन से कार्यक्षमता किस प्रकार विकसित होती है ?

उत्तर:

हेनरी फेयोल के अनुसार, किसी भी उपक्रम में समान क्षमता वाले कर्मचारी नहीं होते हैं, अतः कर्मचारी व मजदूरों को उनकी कार्यक्षमता व रुचि के अनुरूप कार्य सौंपना चाहिए तथा श्रमिकों को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत करना चाहिए। ऐसा करने से वे स्वयं अभिप्रेरित होकर कार्य करते हैं तथा उनकी कार्यक्षमता का विकास होता है।

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