Hindi, asked by ggsajansingh, 8 months ago

2; रैदास ने स्वयं को मोर क्यों माना है?​

Answers

Answered by anitasingh0955
11

Answer:

उत्तर-

रैदास अपने प्रभु के अनन्य भक्त हैं, जिन्हें अपने आराध्य को देखने से असीम खुशी मिलती है। कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि जिस प्रकार वन में रहने वाला मोर आसमान में घिरे बादलों को देख प्रसन्न हो जाता है, उसी प्रकार कवि भी अपने आराध्य को देखकर प्रसन्न होता है।

Explanation:

hope it will help you....

Answered by llHarmanherell
36

 \huge \fbox {\underline \orange{Question - }}

रैदास ने स्वयं को मोर क्यों माना है?

 \huge \mathbb \red{ANSWER - }

रैदास अपने प्रभु के अनन्य भक्त हैं, जिन्हें अपने आराध्य को देखने से असीम खुशी मिलती है। कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि जिस प्रकार वन में रहने वाला मोर आसमान में घिरे बादलों को देख प्रसन्न हो जाता है, उसी प्रकार कवि भी अपने आराध्य को देखकर प्रसन्न होता है।

Hope it helps!

Similar questions