2. 'साम्य सुमन विकसाने वाला' का क्या अभिप्राय है?
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“ साम्य सुमन विकसाने वाला ” का तात्पर्य है कि – समानता रुपी पुष्पों को विकसाने वाला अर्थात् परमात्मा | परमात्मा से तात्पर्य ओ३म् | परमात्मा की नजरों में सब समान हैं |
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