(2)
संथाल विद्रोह का वर्णन कीजिए।
मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों पर टिप्पणी लिखिए।
Answers
संथाल विद्रोह
ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था के विरुद्ध प्रथम व्यापक सशस्त्र विद्रोह था. यह विद्रोह 1855 में प्रभावी हुआ तथा 1856 में इसका दमन कर दिया गया. इस विद्रोह का केंद्र भागलपुर से लेकर राजमहल की पहाड़ियों तक था. ... इस विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू, कान्हू, चांद और भैरव में किया था.
मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों पर टिप्पणी लिखिए।
भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार एवं मौलिक कर्तव्य दोनों एक सिक्के के दो पहलू है और किसी भी समाज के संचालन के लिए इन दोनों की पालना करना अनिवार्य है। हमें अपने मौलिक अधिकारों से पहले अपने मौलिक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। संविधान में 11 मौलिक कर्तव्यों का वर्णन किया गया है। देश के कानून की जानकारी आम आदमी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है तथा कानून की यह जानकारी देश के संविधान में मौजूद है। उक्त शब्द जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव तथा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गगनदीप मित्तल ने शेरगढ़ गाव स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित किए गए कानूनी साक्षरता शिविर में कहे।
उन्होंने कहा कि विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा आम जन को कानूनी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर कानूनी साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जाता है। इन शिविरों में नागरिकों को कानूनी अधिकारों तथा मुफ्त कानूनी सेवाएं आदि की जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया कि यदि कोई मुकदमा किसी अदालत में लंबित है या आपको मुकदमा करना है, तो आप सिविल जज व न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय से लेकर उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय तक और फिर किसी ट्रिब्यूनल, राजस्व न्यायालय, सरकार के सभी कार्यालयों और दूसरे अर्द्ध-न्यायिक निकायों के मामले में कानूनी सहायता ले सकते है। मुफ्त कानूनी सहायता के बारे में उन्होंने बताया कि इसके तहत सरकारी खर्चे से वकील मिल सकता है, कोर्ट फीस तथा गवाहों का खर्च के साथ ही टाइप आदि का खर्च भी सरकार द्वारा अदा किया जाता है।