2 स्वप्रेरण एवं अन्योन्य प्रेरण में अतंर लिखिए।
अथवा
Answers
Answered by
1
Answer:
किसी कुण्डली में बहने वाली धारा के किसी कुण्डली में बहने वाली धारा के मान मान में परिवर्तन करने पर उसी में परिवर्तन करने पर उसके पास स्थित कुण्डली में प्रेरित धारा उत्पन्न हो दूसरी कुण्डली में प्रेरित धारा उत्पन्न हो जाती हैं इस घटना को स्वप्रेरण कहते जाती हैं अनयोन्य प्रेरण कहते हैं।
Similar questions