2. शरीर के भिन्न -भिन्न अंगों पर आधारित कोई 25मुहावरे अर्थ सहित कलात्मकता से प्रस्तुत कीजिये
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शरीर के भिन्न -भिन्न अंगों पर मुहावरे अर्थ सहित :
मुहावरा स्प्ष्ट रूप में होते हुए भी बड़े भाव या विचार को प्रकट करता है। मुहावरे का अर्थ , जिनका प्रयोग क्रिया के रूप में वाक्य के बीच में किया जाता है।
सिर मारना- माथा-पच्ची करना या माथा मारना
प्रयोग- पहले सुरेश अपने इतने लम्बे भाषण से कान खा लिए अब इसके सवालों के साथ सिर मारना पड़ रहा है।
गाल बजाना = बहुत बढ़-चढ़्कर बातें करना या डींगे मारना।
प्रयोग =इस दुनिया में गाल बजाने वालों कि कमी नहीं है और जया भी उनमें से एक है।
नतमस्तक होना = सिर कदमों पर होना
प्रयोग = रोहन इतने सालों के बाद माता-पिता से मिला और उसने अपना सिर उनके कदमों पर रख दिया।
कमर तोड़ मेहनत करना- मन लगा के मेहनत करना।
प्रयोग = मोहन परीक्षा के लिए कमर तोड़ मेहनत कर रहा है |
सुध-बुध खोना =होशहवास न रह जाना।
प्रयोग = क्क्षा में रितु के गानों ने तो मेरी सुध-बुध ही भुला दी।
सिर पर नंगी तलवार लटकना -किसी बात का खतरा होना।
प्रयोग - सी.बी.आई ने जाँच शुरू करके सबके सिर पर नंगी तलवार लटका दी।
छोटा मुँह बड़ी बात - छोटे के द्वारा बड़ों के समान बात कहना , अपनी हैसियत से बढ्कर बात करना
प्रयोग- यदि मैं यह कहूँ कि आप बड़े होने नाते अच्छी शिक्षा नहीं दे रहे हो तो छोटा मुँह बड़ी बात होगी।
दाँतो पसीना आना - (बहुत परिश्रम की आवश्यकता होना)
प्रयोग- आज के समय में सरकारी नोकरी के लिए दाँतो पसीना आना के बराबर है |
मौत सर पर होने का मतलब - किसी भारी संकट से घिरा होना।
प्रयोग- हम सब स्कूल से घर जा रहे थे अचानक बस खराब हो गई और रात हो है ऐसा लग रता की मौत सर पर आ गई |
मुंह लाल होना = लज्जित होना ,गुस्सा आना |
प्रयोग- मोहन जब परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट आई तो उसका मुंह शर्म के कारण लाल हो गया |
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना :- खुद को तकलीफ पहुंचाना
प्रयोग- मोहन ने अपने दोस्तों की बात मानकर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली |
कान खड़े होना - होशियार होना , चौकन्ना होना |
प्रयोग : रोज़-रोज़ बंदरों के आने फसल को नुकसान हो रहा है, अब हम अपने कान खड़े रखते है |
आँखें चार होना = किसी से भेंट या मुलाकात होना |
आँख के अंधे, – गुण न होने पर भी गुणी होने का दिखवा करना।
प्राण सूखना - भयभीत होना
प्रयोग : जब तक मोहन का परिणाम नहीं आया , उसके तब तक प्राण सुख गए |
बे-सिर-पैर की बातें – निरुपयोगी बातें
प्रयोग : ऑनलाइन कक्षा में बच्चे बे-सिर-पैर की बातें करते रहते थे |
मुँह चुराना - सामने न आना
प्रयोग : चोरी करने के बाद मोहन सब से मुँह चुराने लग गया |
सिर फिरना - बुद्धि काम न करना
प्रयोग : कोरोना महामारी से सभी लोगों का सिर फिर गया है |
मुँह न खोलना – कुछ न बताना
प्रयोग : पुलिस द्वारा चोरों के पकड़े जाने पर किसी ने मुँह नहीं खोला |
आँख तरसना - किसी को देखने का मन होना
प्रयोग : आज के समय कोरोना के कारण अपनों से मिलने के लिए आँखे तरस गई |
अंग-अंग ढीला होना - बहुत थक जाना
प्रयोग : खेतों में काम करने के बाद अंग-अंग ढीला हो जाता है |
अंग-अंग मुसकाना - बहुत प्रसन्न होना
प्रयोग : कक्षा में प्रथम आने पर मोहन का अंग-अंग मुसकुराने लगा |
औधी खोपड़ी का होना - मुर्ख होना
प्रयोग : गाँव के कुछ लोग औधी खोपड़ी के होते है |
घुटने टेक देना - हार मान लेना
प्रयोग : कोरोना महामारी के सामने सभी लोगों ने घुटने टेक दिए है |
Answer:
१. आँखों का तारा – बहुत प्यारा।
२. नाक कटना – बेइज्जती होना।
३. पीठ दिखाना – भाग जाना।
४. हाथ मलते रह जाना – पछताना।
५. पेट में चूहे दौड़ना – बहुत भूख लगना।
६. बाएँ हाथ का खेल – बहुत आसान काम।
७. अँगूठा दिखाना – साफ मना कर देना।
८. घुटने टेकना – हार मानना।
९. कान भरना – शिकायत करना।
१०. अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना – खुद को जान बूझकर किसी मुसीबत में डालना।