Hindi, asked by adityayadav345, 11 months ago

2) विश्व ओजोन दिवस' के बारे में लोगों को जागरूक
करते हुए सचित्र विज्ञापन तैयार करके अपने विचार
लिखिए ।​

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Answered by Anonymous
1

Answer:

Vishwa Ozone Diwas

Explanation:

Ozone  atmosphere ka wo hissa hai jo  watawaran ke khatarnak rasayano aur soorya ki ultra violet rays  (behad khararnak aur tez kiranein)se dharti up Bachati hai.Ozone parat  hamari suraksha karti hai.Magar kuch samay pehle  NASA se  yeh khabar aayi thi ki Ozone parat main ek badi si darar aa gyi hai.Yet hum I nsaano ke liye ek buri khabar hai kyunki is tarah to Dharti ko barbad ker denewala khatarnak radiation aur antariksh main maujood soorya ki khatarnak Ultra violet rays seedhi Dharti per aa jayengi. Ozone parat humari raksha karti hai.

Ozone layer main aaye us darar ki asli wahan hai global warming aur pradooshan.Humein pedon ke lagatar karne per rokdham lagani hogi kyunki per hamare vatavaran is tapman santulit rakhte hain.Humein apne aaspass  zyada se zyada ped paudhe lagana chahiye kyunki istarah

hum globalwarming ko kam per sakenge aur apni Ozone parat ko Bacha payenge.Poore vishwa main aajkal Ozone diwas managa jaata hai.Kyunki humein aaj logon ko jagruk bnana hai.

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Answered by durgeshbajpai899
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Answer:

Explanation: विश्व ओज़ोन दिवस या ओज़ोन परत संरक्षण दिवस 16 सितम्बर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। धरती पर जीवन को पनपने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ा है। इतिहास और भूगोल के अध्ययन से यह साफ़ है कि धरती पर जीवन की उत्पत्ति के लिए काफ़ी लंबा समय तय करना पड़ा है। लेकिन जो चीज़ इंसान को कड़ी मेहनत और प्रकृति से फल स्वरूप मिली है उसे आज खुद इंसान ही मिटाने पर लगा हुआ है। लगातार प्रकृति के कार्यों में हस्तक्षेप कर इंसान ने खुद को प्रकृति के सामने ला खड़ा किया है जहां प्रकृति उसका विनाश कर सकती है। जंगलों, वनों की कटाई कर असंतुलन पैदा किया जा रहा है। गाड़ियों ने हवा को प्रदूषित कर कर दिया है तो वहीं उस जल को भी इंसान ने नहीं बख्शा जिसकी वजह से धरती पर जीवन संचालित होता है। प्रौद्योगिकी के इस युग में इंसान हर उस चीज़ का हरण कर रहा है जो उसकी प्रगति की राह में रोड़ा बन रही है। इसी तरह इंसान ने अपने आराम और सहूलियत के लिए उस ओज़ोन परत को भी नष्ट करने की ठान ली है जो उसे सूर्य से निकलने वाली खतरनाक पराबैगनी किरणों से बचाती है। दिनों-दिन बढ़ रही औद्योगिक गतिविधियों के कारण आज हमारे जीवन को बचाने वाली ओज़ोन परत को खतरा पैदा हो गया है।

“ पृथ्वी पर है जीवन को बचाना तो ओजोन परत को स्वस्थ है बनाना ”

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