2. वल्लभाई पटेल की
गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की
आज़ादी पर हमला क्यों कहा
गया है?
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Answers
19वीं शताब्दी के मध्य भारत में अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की क्रांति की प्रतिध्वनियां सुनाई दे रही थीं, इसी काल में 1875 में स्वामी दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना कर भारत में सर्वप्रथम स्वराज की मांग का नारा बुलंद किया। इसी समय 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में करमसद गांव में झवेरभाई पटेल के घर वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ था। झवेरभाई 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के सिपाहियों की मदद के कारण अंग्रेजों की निगाह में थे, अतः उन्होंने 3 साल गांव छोड़ दिया था, परंतु स्वतंत्रता के सिपाहियों के साथ रहने के कारण इंदौर में इन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। कुछ समय बाद इंदौर नरेश ने इन्हें जेल से रिहा कर दिया। अतः वल्लभभाई पटेल की धमनियों में स्वराज व स्वाधीनता का रक्त वंशानुगत प्रवाहित हो रहा था। प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई, अंग्रेजी पढ़ाई के लिए गांव से सात मील दूर पटेल प्रतिदिन पैदल पढ़ने जाते थे, हाईस्कूल की पढ़ाई उन्होंने नड़ीयाद में की। इसी समय से वह सरदार बनने के पद पर चल पड़े तथा निर्भीकता, दंबगता, स्पष्टवादिता, सत्यता का जामा उन्होंने पहन लिया था।