20. गति के प्रथम समीकरण V=U+at की स्थापना कीजिए।
अथवा
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Answer:
गति के समीकरण, ऐसे समीकरणों को कहते हैं जो किसी पिण्ड के स्थिति, विस्थापन, वेग आदि का समय के साथ सम्बन्ध बताते हैं।
Step-by-step explanation:
गति के समीकरणों का स्वरूप भिन्न-भिन्न हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि गति में स्थानान्तरण हो रहा है या केवल घूर्णन है या दोनो हैं, एक ही बल काम कर रहा है या कई, बल (त्वरण) नियत है या परिवर्तनशील, पिण्ड का द्रव्यमान स्थिर है या बदल रहा है (जैसे रॉकेट में) आदि।
परम्परागत भौतिकी (क्लासिकल फिजिक्स) में गति का समीकरण इस प्रकार है :-
{\displaystyle m\cdot {\frac {d^{2}{\vec {r}}(t)}{dt^{2}}}=\sum _{i}{\vec {F}}_{i}({\vec {r}},t)}{\displaystyle m\cdot {\frac {d^{2}{\vec {r}}(t)}{dt^{2}}}=\sum _{i}{\vec {F}}_{i}({\vec {r}},t)}.
इसे निम्नलिखित रूप में भी लिखा जा सकता है :-
{\displaystyle m\cdot {\vec {a}}=\sum _{i}{\vec {F}}_{i}}{\displaystyle m\cdot {\vec {a}}=\sum _{i}{\vec {F}}_{i}}
जहाँ {\displaystyle m}{\displaystyle m}, वस्तु का द्रव्यमान है, तथा {\displaystyle {\vec {F}}_{i}({\vec {r}},t)}{\displaystyle {\vec {F}}_{i}({\vec {r}},t)} वस्तु पर लगने वाले बल हैं।
Step-by-step explanation:
किसी वस्तु के वेग, त्वरण, समय तथा दूरी के बीच स्थापित संबंधों को गति का समीकरण (EQUATIONS OF MOTION) कहा जाता है।
गति के समीकरण मुख्य रूप से तीन तरह के होते हैं।
v=u+at ------------(i)
s=ut+12 at2 --------- (ii)
2as=v2−u2 -------------- (iii)
जहाँ u = प्रारंभिक वेग
v = अंतिम वेग
s = दूरी
a = त्वरण
तथा t = समय
समीकरण (i) वेग–समय के संबध को दिखालाता है।
समीकरण (ii) स्थिति तथा समय के संबंध को दिखलाता है।
तथा समीकरण (iii) स्थिति तथा वेग के बीच संबंध को दिखलाता है।
इन समीकरणों को ग्राफीय विधि द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है।