20. कृषक के नथन क्यों चमचमाते हैं ?
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Answer:
प्रकृति में केवल दो प्रकार के आवेश पाए जाते हैं-धनात्मक और ऋणात्मक। सजातीय आवेश एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं और विजातीय आवेश एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं। आवेश संरक्षित रहता है। ... एक काँच की छड़ रेशमी कपड़े से रगड़े जाने पर एक आवेश = +3.2x10-17 C प्राप्त करती है।
Explanation:
कृषक के नथन क्यों चमचमाते हैं ?
3 दिसंबर 1984 को भोपाल में एक फैक्ट्री से मिथाइल आइसो साइनेट नामक एक बेहद जहरीली एवं जानलेवा गैस रिसकर हवा में मिल गई। इस गैस का रिसाव इतनी जल्दी हुआ कि फैक्ट्री के आस-पास रहने वाले लोग भाग भी न सके। वैसे भी यह रात के समय हुआ था। इस जहरीली गैस की मात्रा इतनी अधिक थी कि लोगों को उसी समय साँस लेने में परेशानी होने लगी।लोगों ने वहाँ से भागना चाहा पर वे भाग न सके और असमय मौत का शिकार बन गए। लाखों लोग श्वसन तंत्र की बीमारियों का शिकार बन गए और बाद में भी की लोग मर गए। यहाँ तक कि उस समय के बाद कुछ सालों तक अपंग बच्चे पैदा हुए या उन्हें श्वास संबंधी कोई रोग था। पेड़ -पौधों के पत्ते काले होते गए और वे नष्ट हो गए। आज इतने सालों बाद भी लोग इन बिमारियों का परिणाम भुगत रहे हैं।
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