20 लाइन की कविता बना मारी जीवन रेखा
Answers
Answered by
0
Answer:
मानो कह रही हो मुझे सब पहचान लो
अच्छी तरह से जान लो
मैं हूँ वही महीन रेखा जो
रिश्तों को जोड़ती और तोड़ती है
जिसने मेरी मर्यादा को नहीं माना है
वही इस बात से अनजाना है
मैं अपनी बात सदियों से कहता आई हूँ
लक्ष्मण रेखा का उदाहरण देती आई हूँ
कहने को तो सिर्फ़ मैं एक रेखा हूँ
पर भाग्य चक्र बदलती आई हूँ
हर दिल पर दस्तक देती हूँ
हाथों में भी लहराई हूँ
रहस्य लिए कई कर रही अठखेलियाँ
भविष्य के दर्पण में लकीरें बनाते आई हूँ
मैं हूँ बस एक महीन रेखा सुख -दुख बताने आई हूँ ।
Similar questions