21.जोजो को चीकू की देखकर दया आ गई। 22.मुन्नार की खोज एक ने की। 23.सारी खिल जाती है। 24.मुन्नार एक रहित स्थान है। 25.जोजो एक था।
Answers
Answer:
देश में कश्मीर के अलावा और भी स्वर्ग मौजूद हैं, 'ईश्वर का अपना देश' माने जाने वाले केरल के इदुक्की जिले में स्थित मुन्नार को देखकर आप भी यही कहेंगे। प्रकृति प्रेमियों के साथ-साथ यह बाइकर्स और ट्रैकर्स के लिए भी स्वर्ग है। यदि आप रोमांचक खेलों के शौकीन हैं तो मुन्नार आपकी यात्रा को बना सकता है यादगार। संतोष मिश्रा के साथ चलते हैं मुन्नार के खास सफर पर...
Explanation:
चाय की खुशबू में बसा खूबसूरत संसार है केरल का मुन्नार, जानें क्या है यहां खास
देश में कश्मीर के अलावा और भी स्वर्ग मौजूद हैं, 'ईश्वर का अपना देश' माने जाने वाले केरल के इदुक्की जिले में स्थित मुन्नार को देखकर आप भी यही कहेंगे। प्रकृति प्रेमियों के साथ-साथ यह बाइकर्स और ट्रैकर्स के लिए भी स्वर्ग है। यदि आप रोमांचक खेलों के शौकीन हैं तो मुन्नार आपकी यात्रा को बना सकता है यादगार। संतोष मिश्रा के साथ चलते हैं मुन्नार के खास सफर पर...
किसी कैनवास पर उतरी चित्रकारी की तरह है मुन्नार। मन को हर्षित कर देने वाली हरियाली, इधर-उधर बलखाती नदियां, नीलगिरि की घुमावदार पहाडिय़ां और घाटियां। ऊंचाई से गिरते झरने और ठंडा मौसम। तकरीबन 1700 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस हिल स्टेशन की घुमावदार गोल-गोल पहाडि़यों पर एक ही ऊंचाई के चाय के पौधे ऐसे प्रतीत होते हैं जैसे किसी सम्राट के स्वागत में पूरे इलाके में हरे मखमली कालीन बिछा दिये गये हों। ऊंचे पहाड़ों और बादलों से अटखेलियां करते हुए आती सूरज की किरणें हरी-भरी घाटियों के कुदरती रंगों को और भी मनमोहक बना देती हैं। यहां के जंगलों के पेड़ कई रंग लिए होते हैं। हरे, लाल, भूरे, कत्थई रंग के इन पेड़ों से बने दृश्यों के साथ आप खुद कल्पना कर सकते हैं प्रकृति के विशाल कैनवास पर ये दृश्य चित्रकारी के कैसे दिलकश नजारे पेश करते होंगे!