Hindi, asked by tocxicpg, 2 months ago


21. नीके रहियो जसुमति मैया।
आवेंगे दिन चार पाँच में हम हलधर दोउ भैया।
जा दिन तें हम तुमते बिछुरे
, काहु न कह्यो कन्हैया
कबहूँ प्रात न कियो कलेवा, साँझ न पीन्ही घैया |​

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Answered by Anonymous
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Explanation:

भावार्थ :- `कह्यौ न कोउ कन्हैया' यहां मथुरा में तो सब लोग कृष्ण और यदुराज के नाम से पुकारते है, मेरा प्यार का `कन्हैया' नाम कोई नहीं लेता। `लै जिनि जाइ चुराइ राधिका' राधिका के प्रति 12 बर्ष के कुमार कृष्ण का निर्मल प्रेम था,यह इस पंक्ति से स्पष्ट हो जाता है।राधा कहीं मेरा खिलौना न चुरा ले जाय, कैसी बालको-चित सरलोक्ति है।

शब्दार्थ :- नीके रहियौ = कोई चिम्ता न करना। न पीन्हीं पैया = ताजे दूध की धार पीने को नहीं मिली। बिषान = सींग, (बजाने का)। अबेर सबेरी = समय-असमय, बीच-बीच में जब अवसर मिले। सोधौ =खबर भी।

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