22. ऐसी चार रियासतों के नाम लिखिए | जिनको भारत में विभाजन के पश्चात
विलय करने में अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ा?
Answers
Answer:
त्रावणकोर, जोधपुर, भोपाल, हैदराबाद और जूनागढ़
Explanation:
इन 5 रियासतों ने भारत देश में विलय होने से मना कर दिया था। 15 अगस्त 1947 को जब ब्रिटिश लोगों ने भारत को दो हिस्सों में विभाजित किया एक पाकिस्तान और दूसरा भारत। तब इन दोनों देश में सैकड़ों रियासत थे। सिर्फ भारत में कुल मिलाकर 500 से अधिक रियासत थे। इन सभी रियासतों को मिलाकर एक देश का निर्माण करना बहुत ही कठिन काम था। इसलिए इस मुश्किल काम को हमारे देश के पहले गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल तथा वी पी मेनन को सौंपा गया था। इन दोनों ने अपने चातुर्य व राजनैतिक बुद्धि द्वारा इस कार्य को लगभग पूरा कर दिया। मगर 5 रियासतों ने देश में विलय होने से मना कर दिया। इन पांचों रियासतों के साथ भारत सरकार ने काफी लंबे समय तक बातचीत की। जिनमें से तीन रियासत भारत में विलय होने के लिए 1947 में ही मान गए। लेकिन जूनागढ़ में 1948 के जनमत संग्रह के बाद विलय होने की खबर सामने आई। तथा हैदराबाद ने 1948 में वायसराय माउंटबेटन के इस्तीफे के बाद भी विलय से मना कर दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने 1948 में ऑपरेशन पोलो के तहत 4 दिन के संघर्ष के बाद निजाम को हराया और हैदराबाद का विलय हमारे देश में कर दिया। इस प्रकार भारत एक अखंड राष्ट्र बना। आशा है कि इससे सहायता मिलेगी।