22 निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए-
[1+1+2+1=5
"सूरज डूबने लगा और धीरे-धीरे ग्लेशियरों में पिघली केसर बहने लगी। बरफ कमल के लाल फू
में बदलने लगी, घाटियाँ गहरी पीली हो गईं। अँधेरा होने लगा तो हम उठे और मुँह-हाथ धोने 3
चाय पीने लगे। पर सब चुपचाप थे, गुमसुम, जैसे सबका कुछ छिन गया हो, या शायद सबको बु
ऐसा मिल गया हो, जिसे अंदर ही अंदर सहेजने में सब आत्मलीन हों या अपने में डूब गए हों।"
(अथवा)
'सुमित्रा उछाह में चली गई तो लाजो फिर मुस्कुराई । सोचने लगी, "आदमी का मन भी क्या ची
सुमित्रा कल तक मुझसे अपने बेटे और बहू की निर्दयता की कहानी कहते-कहते रो पड़ती थी
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I DON'T NO THIS LANGUAGE PLS WRITE IN ENGLISH
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