Hindi, asked by dasa40956, 7 months ago

-22 निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए
"सूरज डूबने लगा और धीरे-धीरे ग्लेशियरों में पिघली केसर बहने लगी। बरफ कमल के लाल फूल

में बदलने लगी, घाटियाँ गहरी पीली हो गईं। अँधेरा होने लगा तो हम उठे और मुँह-हाथ धोने औ
चाय पीने लगे। पर सब चुपचाप थे, गुमसुम, जैसे सबका कुछ छिन गया हो, या शायद सबको कु
ऐसा मिल गया हो, जिसे अंदर ही अंदर सहेजने में सब आत्मलीन हों या अपने में डूब गए हों
(अथवा)​

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Answered by anjali6630
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Answer:

I don't understand please write in English

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