22. 'प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता 'इंदिरा
परमार' द्वारा रचित है।
(1 Point)
सही
गलत
Answers
प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता 'इंदिरा परमार' द्वारा रचित है।
इसका सही जवाब है :
सही , प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता 'इंदिरा परमार' द्वारा रचित है।
इंदिरा परमार का जन्म 04 नवम्बर 1942 छेलिया, बरमपुर, उड़ीसा, भारत में हुआ था |
प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता में लेखक ने बताया है कि यदि जीवन में असफलता मिलने पर हमें हार नहीं माननी चाहिए | हमें असफलता की गलतियों से सीखकर सफलता की ओर आगे बढ़ना चाहिए | भेद-भाव की भावना को भूल कर पुर्ण निश्चय से आगे बढ़ना चाहिए |
प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता 'इंदिरा परमार' द्वारा रचित
इसका सही जवाब है :
सही , प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता 'इंदिरा परमार' द्वारा रचित है।
इंदिरा परमार का जन्म 04 नवम्बर 1942 छेलिया, बरमपुर, उड़ीसा, भारत में हुआ था |
प्रतिदिन हो त्योहार हमारा' कविता में लेखक ने बताया है कि यदि जीवन में असफलता मिलने पर हमें हार नहीं माननी चाहिए | हमें असफलता की गलतियों से सीखकर सफलता की ओर आगे बढ़ना चाहिए | भेद-भाव की भावना को भूल कर पुर्ण निश्चय से आगे बढ़ना चाहिए |