History, asked by mamta0099singh, 2 months ago

26. अठारहवीं शताब्दी के अंतिम दशकों में पहाड़ियों (पहाड़ी लोग) के जीवन जीने के तरीकों
का मूल्यांकन कीजिए। उन्होंने संथालों के आगमन पर किस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की?
konsa chapter k qutionse h

Answers

Answered by cyxy1221
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Answer:

वर्ष १८५५ में बंगाल के मुर्शिदाबाद तथा बिहार के भागलपुर जिलों में स्थानीय जमीनदार, महाजन और अंग्रेज कर्मचारियों के अन्याय अत्याचार के शिकार पहाड़िया जनता ने एकबद्ध होकर उनके विरुद्ध विद्रोह का बिगुल फूँक दिया था। इसे पहाड़िया विद्रोह या पहाड़िया जगड़ा कहते हैं। पहाड़िया भाषा में 'जगड़ा शब्द का शाब्दिक अर्थ है-'विद्रोह'। यह अंग्रेजों के विरुद्ध प्रथम सशस्त्र जनसंग्राम था। जावरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी , भाइयों ने नेतृत्व किया था शाम टुडू (परगना) के मार्गदर्शन में किया। 1793 में लॉर्ड कार्नवालिस द्वारा आरम्भ किए गए स्थाई बन्दोबस्त के कारण जनता के ऊपर बढ़े हुए अत्याचार इस विद्रोह का एक प्रमुख कारण था। सन १८५५ में अंग्रेज कैप्टन अलेक्ज़ेंडर ने विद्रोह का दामन कर दिया।

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