26. 'हमारे हरि हारिल की लकड़ी' में कौन सा अलंकार है
?
(1Point)
O रूपक-अनुप्रास
O यमक-अनुप्रास
O उत्प्रेक्षा-अनुप्रास।
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सही जवाब होगा,
O रूपक-अनुप्रास
व्याख्या :
हमारे हरि हारिल की लकड़ी में विपक्ष और अनुप्रास अलंकार प्रकट हो रहे हैं। हमारे हरि हारिल की लकरी में हमारे प्रभु हारिल की लकड़ी के समान है। यहां पर प्रभु और हारिल की लकड़ी के बीच का भेद मिटा दिया गया है और हारिल उपमेय ही प्रभु उपमान का आरोपण कर दिया गया है। इसी कारण हमारे हारिल की लकरी में रूपक अलंकार प्रकट हो रहा है। इसके अलावा यहां पर ‘ह’ वर्ण की एक से अधिक आवृत्ति हुई है, इसलिये यहाँ पर रूपक अलंकार भी प्रकट हो रहा है।
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