26.ते निवारयन्ति स्म। जलोद्धरणम् O कूपात् O कूपम् O कूपेन
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उचित उत्तरः...
✔ कूपात्
ते ...कूपात्... जलोद्धरणम् निवारयन्ति स्म।
एकदा सावित्र्या मार्गे दृष्टं यत् कूपं निकषा शीर्णवस्त्रावृताः तथाकथिता: निम्नजातीयाः काश्चित् नार्यः जलं पातुं याचन्ते स्म। उच्चवर्गीयाः उपहासं कुर्वन्तः कुपात् जलोद्धरणम् अवारयन्।
अर्थ : एक बार सावित्री रास्ते में देखा कि एक फटे-पुराने कपडों में एक तथाकथिक निम्नजाति की महिला कुएँ से पानी निकालने के लिये याचना कर रही थी। तथाकथित उच्च जाति के लोग उसका मजाक उड़ा रहे थे।
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