3. हल्कू खेत पर कहाँ और कैसे रात बिता रहा था ?
Answers
Explanation:
halku khet par Kaha or kaise Raat bita Raha tna
हल्कू खेत पर कहाँ और कैसे रात बिता रहा था ?
उत्तर :
हल्कू कड़कड़ाती ठंड में अपने खेत में रात बिता रहा था, क्योंकि उसे अपने खेत में उगी हुई फसल की आवारा जानवरों से रक्षा करनी थी।
व्याख्या :
मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखी गई 'पूस की रात' नामक कहानी में हल्कू एक छोटा सा गरीब किसान था। उसका एक छोटा सा खेत था।
वह अपने इस छोटे से खेत में थोड़ी बहुत फसल करके किसी तरह गुजारा कर लेता था, लेकिन वह पर्याप्त साधन नहीं जुटा पाता था। उसके खेत में फसल हुई थी, इसलिए उसे पूस माह की कड़कड़ती ठंड में भी अपनी फसल की जानवरों से रक्षा करने के लिए खुले खेत में रात गुजारनी पड़ रही थी। उसके पास ओढ़ने के लिए ढंग का कंबल भी नहीं था। वह चारपाई पर यह पुराने कंबल के सहारे कड़कड़ाती ठंड में अपने कुत्ते के साथ खेत में रात बिता रहा था।
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