3.
इश
संचित
साहित्य तत्पर
ठी जनताठी चित्रवति
रिसमालोचउ काटेर
प्रतिबंध हे पटक्ड न्य
Answers
Explanation:
गद्यांश के प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार होंगे..
(क)
साहित्य को संजीवनी औषधि इसलिए कहा गया है, क्योंकि साहित्य में वह शक्ति होती है जो पतित और निकृष्ट लोगों को भी ऊँचे स्तर तक पहुँचा देती और मुर्दों को भी जिंदा कर देती है। इसलिए साहित्य को संजीवनी औषधि कहा गया है।
(ख)
जो व्यक्ति साहित्य के प्रति अनुराग नहीं रखते हैं, वह समाजद्रोही, देशद्रोही या आत्म द्रोही होते हैं।
(ग)
साहित्य हमारे समाज का आईना है क्योंकि साहित्य के माध्यम से ही समाज के वास्तविक स्वरूप के दर्शन होते हैं।
(घ)
जिस भाषा का अपना साहित्य नहीं होता, वह भाषा एक भी भिखारिन की तरह होती है और उस भाषा का कोई सम्मान नहीं होता। किसी भाषा समृद्धि उसके साहित्य पर निर्भर है। जितना उस भाषा का साहित्य उत्कृष्ट होगा वो भाषा उतनी ही समृद्ध होगी।
(ङ)
यदि साहित्य के संवर्धन के लिए प्रयास नहीं किया जाए तो साहित्य अज्ञान के अंधेरे में विलुप्त होकर अपना अस्तित्व खो सकता है।
(च)
उपयुक्त गद्यांश के उपयुक्त शीर्षक होगा... ‘साहित्य की महत्ता’
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Answer:
6
Explanation:
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