Hindi, asked by at3882404, 8 months ago

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ख) भारत वंदना कविता में सूर्यकांत त्रिपाठी
निराला का क्या कथन है? उक्त कथन का
उल्लेख कीजिए।
अथवा
मुकुट शुभ्र हिम-तुषार,
प्राण प्रणव ओंकार
ध्वनित दिशाएँ उदार,​

Answers

Answered by nokulsamrath
4

Answer:

भी लापता है."

इसी समय द्वार खुले और एक यमदूत बदहवास वहाँ आया. उसका मौलिक कुरूप चेहरा परिश्रम, परेशानी और भय के कारण और भी विकृत हो गया था. उसे देखते

Answered by tapanmandal1508
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Explanation:

सूर्यकांत त्रिपाठी का कथन

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