3. लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे के टिकट बाबू और बस
अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के बारे में बताइए जिसमें
किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य
कंडक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई है। आप भी अपने या
किए हों।
zo iska answer first dega mai ushe fallow karoga
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वैसे अपनी कभी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए और ना ही जिसके साथ कभी भला किया हो उसका व्याख्यान करना चाहिए पर मैंने भविष्य में जिस की भी सहायता की है वह भी बिना किसी स्वार्थ और किसी लोग के की है
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