Hindi, asked by dharvivadodara, 1 month ago

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निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
मनुष्य तो मनुष्य ही है। पशु-पक्षी जहाँ जन्म लेते हैं, अपने उस देश को प्रेम करते हैं। जंगल में पैदा
हुए किसी जानवर को आप पिंजड़े में बंद कर सकते हैं, उसे लाख आराम पहुँचाने की कोशिश कर सकते हैं,
पर वह सुखी नहीं हो सकता। उसे तो अपने जंगल का देश ही प्यारा लगता है। उसी तरह मुक्त आकाश में
उड़नेवाले पक्षी को पिंजड़े में बंद करके सब तरह का सुख पहुँचाना चाहें, तो भी वह कदापि सुखी नहीं हो
सकता। उसका देश खुला आकाश, पेड़ों की शाखाएँ और घोंसला है। वहाँ वह धूप, वर्षा और ठंड के कष्ट
सहकर भी सुखी रह सकता है।
प्रश्न:
पिंजड़े में बंद जंगली जानवर सुखी क्यों नहीं हो सकता?
1. इस गद्यखंड से हमें क्या सीख मिलती है?
इस गद्यखंड को उचित शीर्षक दीजिए।
के आधार पर कहानी लिखकर उचित शीर्षक दीजिए :
अनेक
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Answers

Answered by ahmadmarghoob31
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Explanation:

पिंजरे में बंद जंगली जानवर कभी सुखी नहीं हो सकते क्यूंकि उन्हें अपना घर (जंगल) ही प्यारा लगता है।

१. इस गद्यांश से हमे यह सीख मिलती है कि हमें पशु_पक्षी को पिंजरे में बंद नहीं करना चाहिए।

इस गद्यांश का उचित सिक्षक है _ पशु पक्षी का अपने घर के प्रति प्रेम

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