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निम्नलिखित रूपरेखा के आधार पर कहानी लिखकर उचित शीर्षक दीजिये
.31) जंगल मे एक डाकू - लोगों के सिर काट लेना - एक महात्मा का जंगल से गुजरना - डाकू को उन्हे मारने के लिए
आना - महात्मा का मुस्कुराकर उस डाकू का स्वागत करना - डाकू का रुक जाना - महात्मा का डाकू से सामने वाले पेड़
की टहनी तोड़ लाने के लिए कहना - “असंभव" - " फिर सिर क्यों काट ते हो?" - सीख
Answers
कहानी डाकू अंगुलिमाल
राम नगर गाँव में दूर जंगल में कुछ डाकू लोग रहने आ गए| जब भी गाँव के लोग जंगल में लकड़ी लाने जाते थे| जंगल में रहने वाले डाकू लोगों के सर काट देते थे| रोज़ किसी न किसी के सर काट दिया जाता था| गाँव के लोग बहुत परेशान और डरे हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे|
एक जंगल से एक महात्मा गुजर रहे थे| उन्होंने डाकू को लोगों के सर काटते हुए देखा| डाकू ने महात्मा को देखा और डाकू महात्मा को मारने के लिए आने लगे| महात्मा ने मुस्कुराकर डाकू का स्वागत किया| डाकू यह देख कर रुक गया महात्मा ने डाकू को पेड़ की टहनी तोड़ने के लिए कहा| डाकू तोड़ के ले आया फिर महात्मा ने डाकू को कहा अब इसे वापिस जोड़ दो| डाकू ने यह असंभव है| यह नहीं हो सकता है| महात्मा ने कहा – ‘तुम जिस चीज को जोड़ नहीं सकते, उसे तोड़ने का अधिकार तुम्हें किसने दिया? एक आदमी का सिर जोड़ नहीं सकते तो काटने में क्या बहादुरी है? यह बाते सुनकर डाकू को अपनी गलती का अहसास हुआ| उसने महात्मा से माफ़ी मागी| वह महात्मा का साधु बन गया|
सीख: कहानी से हमें सिख लेनी चाहिए हमें किसी पर भी बिना जुर्म के अत्याचार नहीं करना चाहिए|