3) निम्नलिखित विषय पर लगभग
50 से 75 शब्दों में अनुच्छेद
लिखिए
योग करें – निरोग रहें
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आज के महानगरीय जीवन शैली में जहां सब धीरे-धीरे व्यस्त और मशीनों पर निर्भर होते जा रहे हैं। योगासन का महत्व अपने आप बढ़ गया है। योगासन की मदद से हम प्राकृतिक स्वास्थ के साथ-साथ स्वाभाविक सुंदरता भी पा सकते हैं।
व्यायाम में मांसपेशियां पुष्ट होती हैं। जबकि योगाभ्यास से हमारे शरीर की ऊर्जा बढ़ती है। जिससे हमारी कार्यक्षमता के साथ-साथ मानसिक दक्षता भी बढ़ती है। योगाभ्यास से प्राण ऊर्जा की दिन प्रतिदिन वृद्धि होती है। शरीर के प्रत्येक अंग एवं अवयव ऊर्जावान होते हैं। जिससे शरीर स्वस्थ होता है, शरीर की बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी बढ़ती है।
आसन से पाचन संस्थान मजबूत होते हैं। यह पेट की सफाई के लिए उपयोगी साबित होता है।
– योगासन के नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है, जिसकी वजह से आपसे बुढ़ापा दूर रहता है।
– आसन आपके मन और तन दोनों को स्थायी रुप से स्वस्थ बनाता है।
– इसके नियमित अभ्यास से शरीर में रोग प्रति रोधक शक्ति बढ़ती है। जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है।
– आसन से श्वास क्रिया का नियमन होता है, फेफड़ा तथा हृदय मजबूत होता है।
– आसन आपकी मांसपेशियों को बलिष्ठ बनाता है, जिससे मोटापा घटता है और दुर्बल व्यक्ति स्वस्थ और सुंदर होता है।
– इसके लिए लिए किसी प्रकार का अत्यन्त खर्च नहीं उठाना पड़ता। थोड़ा सा संयम बरत कर आप इसका अधिक से अधिक लाभ ले सकते हैं।
– इससे चेहरे की सुंदरता तथा तेज बढ़ता है।
– आसन से रक्त की शुद्धि और वृद्धि होती है।
– आसनों के नियमित अभ्यास से आंखों और बाल की समस्या अपने आप दूर होती है।
आज के समय में योगासन की उपयोगिता से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसकी उपयोगिता का ही असर है कि आज के समय में विश्व के दूसरे हिस्सों में योग के प्रति लोग-बाग आकर्शित हो रहे हैं। भारतीय योगी जब दुनिया के दूसरे हिस्सों में योगासन को लेकर किसी कार्यक्रम का आयोजन करते हैं तो बड़ी संख्या में स्थानीय आबादी उस कार्यक्रम में रुचि लेती है।
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