Hindi, asked by sureshgahadga32252, 6 months ago

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नीम पेड़ की छाया कैसी होती है?​

Answers

Answered by ajayagrawal979894330
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नीम के पेड़ के यूं तो सैंकड़ों फायदे हैं लेकिन यहां जानिए ज्योतिष और लाल किताब के अनुसार बताए गए 5 फायदे।

1.आप अपने घर की दक्षिण दिशा में नीम का एक पेड़ लगाएं और उसकी देखरेख करें जब तक की वह अच्छे से चेत नहीं जाता या बड़ा नहीं हो जाता है। यह पेड़ साक्षात मंगलदेव हैं। इस पेड़ की सेवा करने से आपके जीवन में कभी भी अमंगल नहीं होगा।

2.नीम का पेड़ लगाने से व्यक्ति को किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता है। जिस व्यक्ति को संकटों से मुक्ति पाना और निरोगी रहना हो उसे घर के दक्षिण में नीम का वृक्ष लगाना चाहिए। नीम के वृक्ष को वायव्य कोण में लगाना भी अत्यंत शुभ फलदायी होता है।

3.यदि आपका जन्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है या आपकी राशि मकर या कुंभ राशि है तो नीम का पेड़ लगाने बहुत ही शुभफलदायी होगा।

4.घर के पास नीम का पेड़ लगाने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है।

5.ज्योतिष में कहीं कहीं नीम का संबंध शनि और कहीं कहीं केतु से जोड़ा गया है। इसलिए दोनों ही ग्रहों की शांति हेतु उचित दिशा में नीम का पेड़ लगाया जा सकता है।

अन्य फायदे : देवी और शक्ति की उपासना में नीम का प्रयोग किया जाता है। नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है। इसके पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। नीम की दातुन करने से शनि और मंगल दोष समाप्त होता है साथ ही दातों के किड़े भी मारे जाते हैं। नीम की लड़की के बने पलंग पर सोने से त्वचा रोग दूर होते हैं। नीम के तेल और छाल के प्रयोग से कुष्ठ रोग दूर होता है। नीम की लड़की की माला धारण करने से शनि की पीड़ा समाप्त हो जाती है। नीम के पत्तों का वन्दनवार लगाने से घर में नकारात्मक उर्जा प्रवेश नहीं करती है।

Answered by soniatiwari214
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उत्तर:

नीम के पेड़ की छाया सुकून भरी तथा ठंडक देने वाली होती है। इसके साथ साथ इस पेड़ की छाया में सेहत का खजाना भी भरा होता है।

व्याख्या:

  • नीम के पेड़ को प्राचीन समय से ही पवित्र माना जाता है। इस की डंडी, जड़ें, पत्तियां, छाल आदि सभी औषधीय गुण रखते हैं।
  • भारत में प्राचीन समय से ही नीम की पत्तियों व छाल आदि का प्रयोग करके कई बीमारियों को ठीक किया जाता था।
  • क्योंकि नीम का पेड़ काफी लंबा और बड़ा होता है इसलिए इसकी छाया ठंडी और सुकून भरी होती है। हालांकि नीम की पत्तियां बहुत अधिक चौड़ी नहीं होती परंतु उसकी टहनियों में पत्तियां सघनता के साथ पास- पास पाई जाती हैं। जिससे तपती दोपहरी में भी नीम के पेड़ के नीचे लिखने पर धूप से बचाव होता है वह राहत मिलती है।
  • नीम का पेड़ अपने अनेक फायदों के लिए यह में मशहूर है कि इसके पेड़ के नीचे लिखने से ना सिर्फ करने में राहत मिलती है बल्कि इससे कई बीमारियां भी दूर भागती है। खासतौर पर त्वचा की बीमारियों या चर्म रोग को दूर करने के लिए नीम के पेड़ के आसपास रहना अच्छा माना जाता है।

इस प्रकार नीम के पेड़ की छाया ठंडी व सुकून भरी होने के साथ-साथ सेहत का खजाना लिए होती है।

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