3. नयी कविता में तुक या छंद के बदले बिंब का प्रयोग अधिक होता है। बिंब वह
तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ
कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तसवीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों
या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें।
इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने
बिल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके लिखा है। तुम इस कविता
के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग
से लिखकर दिखाओ।
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Explanation:
नयी कविता में तुक या छंद के बदले बिंब का प्रयोग अधिक होता है। बिंब वह
तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ
कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तसवीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों
या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें।
इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने
बिल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके लिखा है। तुम इस कविता
के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग
से लिखकर दिखाओ।
नयी कविता में तुक या छंद के बदले बिंब का प्रयोग अधिक होता है। बिंब वह
तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ
कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तसवीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों
या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें।
इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने
बिल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके लिखा है। तुम इस कविता
के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग
से लिखकर दिखाओ।