Hindi, asked by pragatithapa2813, 4 months ago

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प्र०-5 पद्यांश
खैर पैर की जूती, जोर
न सही एक दूसरी आती
पर जवान लड़के की सुध कर
सीपलेटते , फटती छाती
|
काव्यारा का भाव - सौंदर्य स्पष्ट कीजिए
उन​

Answers

Answered by bhatiamona
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प्रस्तुत पंक्तियाँ वे आँखें कविता से ली गई है| यह कविता कवि सुमित्रानंदन पंत द्वारा लिखी गई है| कविता में किसान की दुर्दशा का वर्णन किया है|

कवि कहते है , पत्नी को पैरो की जूती माना जाता है| यह कहना बहुत गलत है| यदि एक के न रहने पर दूसरी आ जाती है| किसान अपनी पत्नी के अभाव के दुःख का झेल लेता है पर अपने जवान की मृत्यु उसे और भी निराश बना देती है| वह बहुत दुखी और व्याकुल हो जाता है|  

भाव - सौंदर्य

  • स्मृति बिंब का सुंदर प्रयोग किया है|
  • सरल और सुबर धसुबोखड़ी बोली का प्रयोग किया गया है|
  • सांप लोटना , छाती फटना , पैर की जूती आदि मुहावरों का प्रयोग किया है |

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वे आँखें कविता का उद्देश्य बताइए । ( लगभग 100 शब्दों में )​

Answered by itzOPgamer
0

Answer:

कवि कहते है , पत्नी को पैरो की जूती माना जाता है| यह कहना बहुत गलत है| यदि एक के न रहने पर दूसरी आ जाती है| किसान अपनी पत्नी के अभाव के दुःख का झेल लेता है पर अपने जवान की मृत्यु उसे और भी निराश बना देती है| वह बहुत दुखी और व्याकुल हो जाता है|  

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