3
प्र०-5 पद्यांश
खैर पैर की जूती, जोर
न सही एक दूसरी आती
पर जवान लड़के की सुध कर
सीपलेटते , फटती छाती
|
काव्यारा का भाव - सौंदर्य स्पष्ट कीजिए
उन
Answers
प्रस्तुत पंक्तियाँ वे आँखें कविता से ली गई है| यह कविता कवि सुमित्रानंदन पंत द्वारा लिखी गई है| कविता में किसान की दुर्दशा का वर्णन किया है|
कवि कहते है , पत्नी को पैरो की जूती माना जाता है| यह कहना बहुत गलत है| यदि एक के न रहने पर दूसरी आ जाती है| किसान अपनी पत्नी के अभाव के दुःख का झेल लेता है पर अपने जवान की मृत्यु उसे और भी निराश बना देती है| वह बहुत दुखी और व्याकुल हो जाता है|
भाव - सौंदर्य
- स्मृति बिंब का सुंदर प्रयोग किया है|
- सरल और सुबर धसुबोखड़ी बोली का प्रयोग किया गया है|
- सांप लोटना , छाती फटना , पैर की जूती आदि मुहावरों का प्रयोग किया है |
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ ▬▬ ▬▬
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
https://brainly.in/question/26814620
वे आँखें कविता का उद्देश्य बताइए । ( लगभग 100 शब्दों में )
Answer:
कवि कहते है , पत्नी को पैरो की जूती माना जाता है| यह कहना बहुत गलत है| यदि एक के न रहने पर दूसरी आ जाती है| किसान अपनी पत्नी के अभाव के दुःख का झेल लेता है पर अपने जवान की मृत्यु उसे और भी निराश बना देती है| वह बहुत दुखी और व्याकुल हो जाता है|